0 कागजों में नदीगांव तक बस का संचालन दिखाये जाने से लोगों में गुस्सा
कोंच(जालौन)। दो साल की बंदी से उबर कर नव संवत्सर पर पुनर्वहाल हुई झांसी-रावतपुरा वाया कोंच नदीगांव वीरांगना एक्सप्रेस बस नदीगांव क्षेत्र के लोगों के साथ दगाबाजी कर रही है जिससे वहां के लोगों में गुस्सा है। इस बस के पहिए नदीगांव और रावतपुरा तक जाए बिना कोंच में ही थम जा रहे हैं।
कोरोना काल में यातायात की तमाम देशव्यापी सुविधाओं के साथ ही बंद हुई वीरांगना एक्सप्रेस बस जो झांसी नदीगांव रावतपुरा के बीच संचालित थी, दो साल पहले बंद कर दी गई थी। क्षेत्रीय भाजपा विधायक मूलचंद्र निरंजन के प्रभावी प्रयासों से यह फिर से शुरू तो करा दी गई है लेकिन नदीगांव रावतपुरा तक सिर्फ दो दिन ही पहुंची। इसके बाद स्टाफ की मनमानी से बंद चल रही है जबकि कागजों में इसका परिचालन नदीगांव रावतपुरा दिखाया जा रहा है। नदीगांव कस्बे और क्षेत्र के लोगों में इस स्थिति को लेकर भारी आक्रोश उस वक्त और पनपा जब गुरुवार की सुबह झांसी जाने के लिए वे बस का इंतजार कर रहे थे लेकिन बस न आने के कारण उन्हें प्राइवेट वाहनों से कोंच जाना पड़ा। वहां पहुंचे नदीगांव के लोगों ने देखा कि वीरांगना बस कोंच में अपने निर्धारित समय 7.30 बजे झांसी के लिए निकल रही थी। डॉ. शुभम मिश्रा, नंदलाल सहित तमाम लोगों ने अधिकारियों से मांग की है कि इस समस्या पर ध्यान दें और लोकल स्टाफ को बदल कर नया स्टाफ भेजें जिससे उनकी मनमानी पर लगाम लग सके और बस सुविधा का लाभ नदीगांव क्षेत्र के लोगों को मिल सके।