
अभय प्रताप सिंह
जिलाधिकारी के आदेश पर तैयार की गई कार्ययोजना
मड़ावरा (ललितपुर)। जनपद के मड़ावरा विकास खंड के तीन गांव लंखजर, पापड़ा व हीरापुर में आजादी के बाद से अब तक बिजली नहीं पहुंच सकी थी, पर अब जिलाधिकारी ने तीनों गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली है। तीनों गांवों में करीब 10 हजार की आबादी लाभान्वित होगी। लखंजर में कॉरपोरेशन सर्विस रिलीफ फंड से और पापड़ा व हीरापुर गांव में दक्षिणांचल विद्युत विकास निगम उत्तर प्रदेश विद्युत पहुंचाने का कार्य करेगा। इन गांवाें में सौर ऊर्जा प्लांट लगाकर विद्युत आपूर्ति करने का प्रयास किया गया था, लेकिन पिछले एक साल से प्लांट की बैटरी खराब होने के कारण यह गांव अंधेरे का दंश झेल रहे थे। वैसे तो जनपद में अठारह गांव ऐसे हैं, जहां पर विद्युत आपूर्ति के लिए लाइन ही नहीं गई हुई है। यह सभी गांव वन क्षेत्र के आसपास पड़ते हैं, इन गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए सबसे बड़ी बाधा वन विभाग है, क्योंकि वन विभाग अपनी भूमि पर खंभे लगाने की अनुमति आसानी से नहीं देता है। इसके चलते यह गांव आज भी विकास की मुख्य धारा से दूर हैं। यहां पर बिजली जैसी मूलभूत सुविधा भी नहीं है। लंखजर, पापड़ा व हीरापुर गांवों में कुछ वर्ष पूर्व सौरऊर्जा प्लांट के माध्यम से विद्युत उपलब्ध कराई गई थी। लेकिन यह आपूर्ति पर्याप्त नहींं थी, साथ ही करीब एक साल से सौर ऊर्जा प्लांट की बैटरी खराब हो गई थी, जबसे इन गांवों में फिर से अंधेरा है। तत्कालीन जिलाधिकारी ने बैटरी बदलने के लिए यूपी नेडा को निर्देश दिए थे, लेकिन इसके बाद भी शासनस्तर से बैटरी न आने के कारण इन गांवों में अंधेरा रहा। इन गांवों की बिजली की समस्या के स्थायी निराकरण के लिए जिलाधिकारी के आदेश पर कार्ययोजना बनाई गई है। अब इन तीनों गांवों में अंधकार नहीं रहेगा, साथ ही दूसरे चरण में जनपद के अन्य गांव में भी विद्युत आपूर्ति सुचारु करने के जिलाधिकारी ने निर्देश जारी किए हैं।
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प्राथमिकता के आधार पर विकास खंड मड़ावरा के लंखजर, पापड़ा व हीरापुर में विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था कराई जा रही है। इसके बाद अन्य गांवाें में भी बिजली पहुंचाई जाएगी। जनपद का कोई भी गांव अंधेरे में नहीं रहेगा।
अक्षय त्रिपाठी, जिलाधिकारी