बबलू सेंगर महिया खास
जालौन(उरई)। ग्राम हरीपुरा में देवी मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े कई प्रसंगों का श्रवण किया। कथा व्यास पंडित राजेश मिश्रा ने रुक्मणी मंगल, श्रीकृष्ण विवाह, जरासंध वध, की कथा का विस्तार से वर्णन किया।
भागवताचार्य पंडित राजेश मिश्रा ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने 16 हजार 108 विवाह किए। इनमें 16 हजार कन्याओं को उन्होंने भौमासुर राक्षस की कैद से मुक्त कराकर अपनाया। इसके साथ ही उनकी आठ पटरानियों के विवाह प्रसंग का भी विस्तार से वर्णन किया गया। कथा व्यास ने रुक्मणी विवाह की कथा विशेष रूप से सुनाई। जैसे ही विवाह प्रसंग का वर्णन हुआ, कथा पंडाल में बैठे श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर भक्ति में सराबोर हो उठे और झूमते नजर आए। इसके अलावा जरासंघ वध का भी वर्णन किया। कथा का आयोजन ग्राम के मिथलेश कुमार मिश्रा द्वारा कराया जा रहा है। श्रद्धालुओं को बताया कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने से न केवल पुण्य लाभ मिलता है बल्कि जीवन में भक्ति, प्रेम और सद्भाव की भावना भी जाग्रत होती है।कथा के बाद परीक्षित अर्चना एवं मिथलेश मिश्रा द्वारा पूजा-अर्चना की गई और प्रसाद वितरण किया गया।



