जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रशिक्षण सत्र में दिये आवश्यक निर्देश
मजबूत लोकतंत्र के लिए मतदाता सूची स्पष्ट व त्रुटिरहित हो - जिलाधिकारी

सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई (जालौन)।जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कलेक्ट्रेट सभागार में निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने आयोजित प्रशिक्षण सत्र में निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग के कार्यक्रमों एवं दिशा-निर्देशों से अवगत कराया। उन्होंने प्रशिक्षण में संविधान के प्राविधानों से लेकर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1950, रजिस्ट्रेशन ऑफ इलेक्ट्रोरल रोल-1960 तथा भारत निर्वाचन आयोग के अलग-अलग मैन्युअल्स की जानकारी दी। उन्होने कहा कि जेंडर रेशियों में सुधार किया जाए। मतदाता सूची स्पष्ट, त्रुटिरहित तथा मतदाताओं की फोटो साफ सुथरी लगी हो, जिससे पहचान करने मे असुविधा न हो। बीएलओ की नियमानुसार नियुक्ति तथा मतदाता सूची सम्बन्धित शिकायतों का समाधान गम्भीरता से करायें। उन्होंने कहा कि ईआरओ के द्वारा एईआरओ, बीएलओ सुपरवाइजर को प्रशिक्षित कर उनके माध्यम से छोटे-छोटे समूहों में बीएलओ को भी प्रशिक्षित किया जाय। उन्होंने ईआरओ नेट, बीएलओ एप, वोटर सर्विस पोर्टल एवं वोटर हेल्पलाइन एप के बारे में भी जानकारी दी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि रजिस्ट्रीकरण निर्वाचक अधिकारियों का भौतिक प्रशिक्षण कराया जा रहा है, जिससे कि आने वाले मतदाता सूची पुनरीक्षण के समय या चुनाव के समय किसी भी मतदाता को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसका भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि वह अपने अधीनस्थों का अच्छे ढंग से पर्यवेक्षण कर सकें और मतदाताओं की सुविधाओं को बेहतर बना सकें। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि नागरिकों से मतदाता फार्म भरवाते समय उनका मोबाइल नम्बर तथा पता सही-सही दर्ज करायें, जिससे कि उन्हें अपने आवेदन को ट्रैक करने में आसानी हो। साथ ही फार्म-6, 7 व 8 से संबंधित जानकारी अधिक से अधिक प्रसारित कराएं। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के पश्चात जिले की वर्तमान वोटर लिस्ट में काफी सुधार दिखेगा। मतदाता सूची पुनरीक्षण से पहले सभी अधिकारी पूर्ण रूप से प्रशिक्षित तथा कार्यों एवं डाटा की पूर्ण जानकारी हो।
इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार, समस्त उप जिलाधिकारी, समस्त निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी आदि मौजूद रहे।



