
बबलू सेंगर महिया खास
जालौन: सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच हुई तकरार, जांच की कमान सीओ कालपी को सौंपी गई
जालौन में एक हाई-प्रोफाइल राजनीतिक विवाद ने तूल पकड़ लिया है, जिसमें सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक सभासद प्रतिनिधि पूर्व उपाध्यक्ष और समाजवादी पार्टी (सपा) के एक पूर्व ब्लॉक प्रमुख आमने-सामने आ गए हैं। इस बढ़ते राजनीतिक तनाव और हस्तक्षेप को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने इस पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी (सीओ) कालपी को सौंप दी है।
यह विवाद तब और गहरा गया जब भाजपा के दो सभासदों के बीच हुई तकरार में सपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख तिलक सिंह जाटव ने भाजपा नेता दिलीप कुमार अन्नू शर्मा के खिलाफ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, यानी एससी/एसटी एक्ट, के तहत एक गंभीर मामला दर्ज कराया। इसके जवाब में, पूर्व ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ भी लूट का एक प्रतिवाद मुकदमा पंजीकृत किया गया, जिससे यह मामला और भी पेचीदा हो गया।
सूत्रों के अनुसार, इस पूरे मामले को शांत कराने और दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने के लिए सत्ताधारी और विपक्षी, दोनों ही खेमों के कुछ कद्दावर नेता पर्दे के पीछे से प्रयासरत हैं। हालांकि, स्थानीय पुलिस प्रशासन इस प्रकरण में किसी भी तरह की अराजकता या पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के मूड में है और उन सभी लोगों की तलाश कर रही है जो इस विवाद को हवा दे रहे हैं।
मामले के शांत होने की बजाय, इसमें राजनीतिक दखल लगातार बढ़ता जा रहा था, जिससे इसकी निष्पक्ष जांच पर सवाल उठने लगे थे। इसी को ध्यान में रखते हुए, पुलिस अधीक्षक ने इस संवेदनशील और जटिल प्रकरण की जांच का जिम्मा सीओ कालपी अवधेश कुमार सिंह चौहान को सौंपा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी निष्पक्ष जांच क्या नया मोड़ लेती है और क्या इस राजनीतिक उठा-पटक का कोई संतोषजनक हल निकल पाता है।



