कोंच(जालौन)। शाबान को चांद नजर आते ही माहे रमजानुल मुबारक का आगाज रविवार से होगा। तंजीम गुलामाने मुस्तफा सोसायटी के सदर हाफिज अताउल्ला खां गौरी ने इस बात की जानकारी व रमजानुल मुबारक की फजीलत पर रौशनी डालते हुए बताया कि आन हजरत हुजूर अकरम सल्लल्लाहो अलैहै बसल्लम ने इरशाद है कि माहे रमजान तमाम महीनों पर पर ऐसी फजीलत है जैसी अल्लाह पाक को तमाम मखलूक पर और ये भी फरमाया कि हुजूर अकरम सल्लल्लाहु अलैहे बसल्लम ने रमजान का चांद नजर आते ही शयातीन कैद कर दिए जाते हैं और दोजख के दरबाजे बंद कर दिए जाते हैं व जन्नत के दरबाजे खोल दिए जाते हैं। रमजान सब्र का महीना है और सब्र का बदला जन्नत है। एक नेकी करने का सबाब 70 गुना कर दिया जाता है।रोजे की फजीलत पर जनाब गौरी ने बताया कि हुजूर अकरम सल्लल्लाहो अलैहे बसल्लम ने फरमाया कि अल्लाह पाक का इरशाद है, रोजा खास मेरे लिए है और इसका बदला मैं खुद दूंगा। रोजा दोजख की आग से बचने की ढाल है। अल्लाह पाक से दुआ है, हम सब को इस माहे मुबारक में नमाज, रोजा, तराबीह तमाम इबादतें और नेक काम करने की और इस माहे मुबारक की कद्र करने की तौफीक अता फरमाए। इस मौके पर नगर में 20 मस्जिदों के अलावा कई जगहों पर नमाज तराबीह का दौर शुरू हो गया है। कहीं 5 दिन, 10 दिन व पूरे माह कुरान मुकम्मल का एहतमाम किया गया है।
With Product You Purchase
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.
Check Also
Close
-
पिता ने अपने पुत्र व उसके दो साथियों पर लगाया मारपीट करने का आरोपOctober 15, 2023