लाइन हजिर होने बाद भी भाजपा नेताओं ने तहसील परिसर में दिया धरना
अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन (उरई)। पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष व व्यापारी अनिल मित्तल को चाय पर चर्चा के बहाने चैकी बुलाकर थाने में बंद करने के मामले में भाजपा नेताओं और व्यापारियों ने तहसील परिसर में धरना दिया। चैकी इंचार्ज को लाइन हाजिर करने के बाद एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में भेजने को लेकर व्यापारी व भाजपा नेता आक्रोशित थे। बाद में जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर बनाजी मौके पर पहुंचे और आश्वासन दिया कि चैकी प्रभारी का निलंबन कराया जाएगा। इस दौरान लगभग एक घंटे तक धरना चलता रहा।
सोमवार की सुबह करीब 7 बजे चैकी प्रभारी राजकुमार निगम ने पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष अनिल मित्तल के मोबाइल पर फोन कर उन्हें चैकी पर चाय पीने के बहाने बुला लिया। चैकी प्रभारी द्वारा बुलाये जाने पर पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष अनिल मित्तल अपने साथी व नगर पालिका के नामित सभासद अनुभव सिंह के साथ चैकी पहुंच गए। चैकी पहुंचने पर चैकी प्रभारी ने उन्हें बताया कि लगभग 12 वर्ष पूर्व राजनैतिक जुलूस निकालने के मामले में उनका वारंट है और उन्हें कोतवाली ले जाकर लॉकअप में बंद कर दिया। उन्होंने पुलिस पर अभद्रता और गाली, गलौज करने का अरोप लगाया। इसकी जानकारी जब नगर के भाजपाइयों को हुई तो भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता कोतवाली पहुंच गए। जहां लगभग एक घण्टे चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद आखिरकार भाजपाइयों के दवाब के चलते पुलिस ने पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष को छोड़ दिया। इसके बाद भाजपाइयों और व्यापारियों ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को देकर चैकी प्रभारी आरके निगम के निलंबन की मांग की थी। अन्यथा की स्थिति में तहसील परिसर में धरने की भी बात कही थी। सोमवार की देर रात को पुलिस अधीक्षक ने चैकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया था। लेकिन इसके कुछ घंटों बाद ही लाइन हाजिर हुए चैकी प्रभारी को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट स्थानांतरित कर दिया गया। जिसके बाद मंगलवार को पालिकाध्यक्ष गिरीश गुप्ता, डॉ. अंकुर शुक्ला, धीरज बाथम, सोनू चैहान, पुनीत मित्तल, विवेक अग्रवाल, राजू मिश्रा, अनिल शिवहरे समेत आधा सैंकड़ा से अधिक भाजपा कार्यकर्ता व व्यापारी तहसील परिसर में पहुंच गए और चैकी प्रभारी के निलंबन की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। लगभग एक घंटे तक चले धरना प्रदर्शन के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर बनाजी मौके पर पहुंच और उन्होंने कार्यकर्ताओं व व्यापारियों को आश्वान दिया कि चैकी प्रभारी का निलंबन कराया जाएगा। जिसके बाद धरना समाप्त हुआ।