जालौन

ग्रामीण क्षेत्रों के पोलिंग बूथों पर अव्यवस्थाओं का बोलबाला

0 अधिकारियों के रेण्डम चेकिंग में सामने आयीं खामियां

अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास

जालौन (उरई)। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद प्रशासन तैयारियों में जुटा है। पोलिंग बूथों में आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगा हुआ है। पोलिंग बूथों पर बिजली, पानी, सफाई के साथ शौचालय आदि की व्यवस्थाओं को ठीक करने में लगा हुआ है। इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी अव्यवस्थाएं बनी हुई है।
उरई जालौन व कालपी विधानसभा क्षेत्र में तीसरे चरण में 20 फरवरी को मतदान होना है। मतदान से पूर्व पोलिंग बूथों को दुरुस्त करने में प्रशासन जुटा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्र में प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में बने पोलिंग बूथों पर आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रयास चल रहे हैं। इसके राजस्व विभाग, विकास विभाग की टीम काम कर रही है जो पोलिंग बूथों में रोशनी, पेयजल, शौचालय, रैम्प के साथ आम रास्ता को दुरुस्त कराने में जुटी हुई है। ग्राम खनुआ में 2 बूथ बनाये गये हैं। बूथ संख्या 122 व 123 के पहुंचने के लिए सुगम रास्ता तक नहीं है। कोंच मार्ग से ग्राम खनुआ तक जाने वाला मार्ग पूरा उखड़ा हुआ है। लगभग 3 किमी मार्ग खराब होने के कारण वाहनों को चलने में दिक्कत होती है। इसी तरह ग्राम नैनपुरा में बने बूथ संख्या तक पहुंचने के रास्ता नहीं है। सातमील से सिहारी दाउदपुर मार्ग से नैनपुरा स्कूल में बने पोलिंग तक जाने के साफ सुथरा मार्ग नहीं है। रास्ते में कींचड बना रहता है जिसके कारण मतदाताओं के साथ अधिकारीयों की गाड़ी पहुंचने में दिक्कत होती है।
दृश्य 1: ग्राम मकरंदपुरा में प्राइमरी पाठशाला में बूथ संख्या 106 बना है। गांव के मध्य में बने पोलिंग बूथ तक पहुंचने के लिए रास्ता भी नहीं है। यहां के शौचालय व मूत्रालय खराब है तथा अनुपयोगी है । दिव्यांगों के लिए बनी रैम्प क्षतिग्रस्त है। इसके साथ ही पेयजल की उचित व्यवस्था नहीं है।
दृश्य 2: नगर के प्राथमिक स्कूल जोशियाना में मतदान केंद्र बनाया गया है। यहां पर आने वाले दिव्यांगों के लिए रैंप की व्यवस्था नहीं है। बूथ की सीढियां क्षतिग्रस्त होने के कारण बुजुर्ग मतदाताओं को बूथ में जाने में दिक्कत होगी।
दृश्य 3: कोंच मार्ग से लहचूरा मोड़ से खनुआ तक जाने के लिए 3 किमी कच्चा मार्ग है। सड़क उखड़ी होने के कारण यहां वाहनों के आवागमन में दिक्कत होती है। वाहनों के सुगमता से न चल पाने के कारण समय ज्यादा लगाता है।
एसडीएम प्रशिक्षु आईएएस अंकुर कौशिक ने बताया कि बूथों की व्यवस्था को दुरुस्त कराया जा रहा है। खराब सम्पर्क मार्गों को वाहनों के चलने लायक बनाने के लिए प्रधान व सचिवों को निर्देश दिए गए हैं।
फोटो परिचय—
मकरंदपुरा पोलिंग बूथ की कच्ची रस्ता।

फोटो परिचय—
पोलिंग बूथ का जीर्णशीर्ण शौचालय।

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