जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन, जल संस्थान एवं जल निगम की समीक्षा बैठक में दिए सख्त निर्देश
लापरवाही पर जताई नाराजगी, कार्यदायी संस्थाओं को तय समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश

सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई(जालौन)।जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कलेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन, जल संस्थान एवं जल निगम की समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेयजल आपूर्ति जनहित से जुड़ा अत्यंत संवेदनशील विषय है, इसलिए किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने विकासखंड कदौरा के 22 गाँवों में पाइपलाइन बिछाने के दौरान टूटी सड़कों की मरम्मत न होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने ब्रज गोपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी को 30 नवंबर तक सभी सड़कों की मरम्मत कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। इसी प्रकार, विकासखंड डकोर के 6 गाँवों में भी पाइपलाइन कार्य के बाद सड़कों की मरम्मत न होने पर उन्होंने जीवीपीआर एजेंसी को भी 30 नवंबर तक सड़क पुनर्स्थापना कार्य पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि पेयजल से संबंधित कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं होनी चाहिए, यदि शिकायत मिलती है तो उसका तत्काल निस्तारण किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से कोटरा क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति की लगातार मिल रही शिकायतों पर गंभीर नाराजगी व्यक्त करते हुए आज ही समस्या का समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि यदि कहीं भी पाइपलाइन लीकेज या ट्रांसफार्मर की खराबी की शिकायत मिलती है, तो संबंधित अधिकारी तत्काल सुधारात्मक कार्यवाही करें। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि कार्यकुशलता बढ़ाएं और जनहित से जुड़े कार्यों में तेजी लाएं। अमृत योजना 2.0 के अंतर्गत जालौन नगर में बन रही पेयजल योजना की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने जल निगम अर्बन को फटकार लगाई और कहा कि कार्य को युद्ध स्तर पर बढ़ाकर तय समय सीमा में पूर्ण किया जाए। उन्होंने सीएलडीएस संस्था को भी कोटरा, कदौरा और माहिल तालाब पर चल रहे कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई और निर्देशित किया कि तालाब निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाए। इसके अलावा, जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी को निर्देशित किया कि शहर में स्थापित 19 नए ट्यूबवेलों में से शेष 9 ट्यूबवेलों का शीघ्र विद्युत ऊर्जीकृत करना सुनिश्चित करें, जिससे शहरवासियों को निर्बाध पेयजल आपूर्ति मिल सके।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) प्रेमचंद मौर्य, अधिशासी अभियंता जल निगम ग्रामीण आंचल गुप्ता, अधिशासी अधिकारी राम अचल कुरील, अधिशासी अभियंता नगरीय सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।



