जालौन

अधिवक्ताओं ने डीएम से सब रजिस्ट्रार कार्यालय को स्थानांतरित कराने की मांग की

जालौन (उरई)। नगर में स्थित मराठाकालीन भवन में स्थापना के समय से सब रजिस्ट्रार कार्यालय संचालित हो रहा था। समय के साथ प्राचीन भवन भवन जीर्ण शीर्ण होने लगा था। जर्जर भवन को देखते हुए महानिदेशक निबंधक ने भवन का जीर्णोद्धार कराने का निर्देश दिया था। महानिदेशक के निर्देश पर शुरू हुआ जीर्णोद्धार का काम 3 वर्ष पूर्व शुरू कराया गया था। भवन काई जीर्णोद्धार होने के बाद सब रजिस्ट्रार अपनी हठधर्मिता के पुराने में कार्यालय को स्थानांतरित नहीं कर रहे जिसके चलते कार्यालय में जमकर भ्रष्टाचार पनप रहा है। अधिवक्ताओं ने डी एम को ज्ञापन देकर सब रजिस्ट्रार कार्यालय को स्थानांतरित कराने की मांग की है। सरकार का आय का प्रमुख स्रोत सब रजिस्ट्रार कार्यालय नगर में तहसील के मुख्य द्वार के सामने मराठाकालीन भवन में संचालित हो रहा था। वर्ष 2018 में महानिदेशक निबंधक मिनिस्ती एस को जनपद का नोडल अधिकारी बनाया गया। जनपद के नोडल अधिकारी बनने के 14 अगस्त 18 को उन्होंने नगर में आकर तहसील, अस्पताल समेत कई सरकारी कार्यालयों का निरीक्षण किया था। इस दौरान सब रजिस्ट्रार कार्यालय के भवन की जर्जर स्थिति को देखते हुए भवन का जीर्णोद्धार कराने के लिए स्थानीय प्रशासन से प्रस्ताव मांगा था। जीर्णोद्धार के चलते जनवरी 2019 में सब रजिस्ट्रार कार्यालय निष्प्रयोज्य हो चुके एस डी एम न्यायालय कक्ष में स्थानांतरित कर दिया गया था। तभी कार्यालय इस पुराने भवन में संचालित हो रहा है।जबकि जीर्णोद्धार का काम पूरा हुए 6 माह हो चुके हैं। नवीन बार एसोसिएशन तहसील के अध्यक्ष सुरेश सिंह सेंगर व मंत्री अनिल कुमार तिवारी ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कहा कि सब रजिस्ट्रार अभिनव कुशवाहा 8 वर्ष से यहां जमे तथा भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। पुराना भवन तहसील के पास होने के अधिकारियों की निगाह में रहता है। किसी तरह की निगरानी से बचने तथा बेरोकटोक पैसा कमाने के चक्कर में जीर्णोद्धार होने के बाद कार्यालय स्थानांतरित नहीं किया जा रहा। अधिवक्ताओं ने डी एम को बताया कि उन्होंने 7 मई को ए डी एम से मिलकर भी बात को रखा था। इसके बाद ए डी एम ने अधिवक्ताओं की उपस्थिति में जीर्णोद्धार भवन की रिपोर्ट बनाकर भेजने को कहा था। इसके बाद भी सब रजिस्ट्रार ने झूठी रिपोर्ट बनाकर मरम्मत अधूरी होने का बहाना बनाकर कार्यालय को स्थानांतरित नहीं किया है। अधिवक्ताओं ने भ्रष्टाचार के पर्याय बनै 8 वर्ष से जमे सब रजिस्ट्रार को हटाने व कार्यालय को पुराने भवन में स्थानांतरित कराने की मांग की है। इस मौके पर श्रीगोविन्द चतुर्वेदी, मानवेन्द्र सिंह, आदेश कुमार द्विवेदी, लोकेन्द्र सिंह सेंगर, प्रदीप कुमार, सुभाष चंद्र मिश्रा, प्रमोद चतुर्वेदी, राकेश मिश्रा, बुद्ध सिंह आदि अधिवक्ता उपस्थित थे।

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