जालौन

गीतकार रविंद्र शर्मा के जन्मदिन पर किया गया कवि सम्मेलन का आयोजन

बबलू सेंगर माहिया खास

जालौन। गीतकार रविंद्र शर्मा के जन्म दिवस पर उनके आवास पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमंे जिले के गीतकार और कवियों ने अपने काव्य पाठ से लोगों का दिल जीत लिया।
नगर के जाने माने गीतकार रविंद्र शर्मा के 79वें जन्म दिवस उनके आवास पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता हाजी सईद चिश्ती नाजा ने की। सम्मेलन में करीम खां करीम ने ‘खुद को ढूंढा नहीं और खुदा को ढूंढता है, फिर इबादत में अपनी मजा ढूंढता है।’ पढ़कर लोगों को भावुक कर दिया। सईद चिश्ती नाजा ने पढ़ा ‘कोई पत्थर तराश जा रहा है, नया नक्शा बनाया जा रहा है, फ्रिज में बोतलें रखी हुंई हैं, मुसाफिर घर से प्यासा जा रहा है।’ खलील कैफी ने ‘इसका नहीं मलाल कि गद्दार बिक गए, अफसोस अपने मुल्क के खुद्दार बिक गए।’ पढ़कर देशभक्ति की भावना जाग्रत की। अंचल शर्मा ने ‘आज सड़क पे लुटता यारों सपनों का संसार यहां, एक दिखावा सा लगता है हमदर्दी और प्यार यहां, मतलब के हैं यार यहां सब रिश्ते सारे झूइे हैं, दौलत के आगे बिकते हैं लोगों के किरदार यहां।’ पढ़कर वाहवाही लूटी। राघवेंद्र सिंह ने पढ़ा ‘तुम्हारे गांव से बादल हमारे गांव आए हैं, ये खुद चलकर नहीं आए पवन के पंख लाए हैं।’ यूसुफ अंजान ने ‘रहना है अगर सबसे आगे, जज्बों में जवानी पैदा कर, मंजिल का खुवाव अगर दिल में कदमों मंे रवानी पैदा कर।’ पढ़कर लोगाों में जोश पैदा किया। संचालन करीम खां करीम ने किया। अंत में गीतकार रविंद्र शर्मा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर वकील अहमद, खैरूद्दीन मुगल, अनुपम शर्मा, अनुराग शर्मा आदि मौजूद रहे।

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