0 मूलशरण कुशवाहा बसपा छोड़ जन अधिकार पार्टी में हुए शामिल
सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई (जालौन)। शुक्रवार को जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष बाबू सिंह कुषवाहा ने कहा कि यदि आप सभी लोगों को कुछ हासिल करना है तो सबसे पहले अपने परिवार को जागृत करना होगा। यदि इसमें सफलता मिली तो निश्चित तौर पर आप समाज को जागृत कर उसका हक दिलाने में सफल हो पायेंगे। इस दौरान बसपा के वरिश्ठ नेता मूलशरण कुशवाहा अपने सैकड़ा समर्थकों के साथ जन अधिकार पार्टी में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जीषान कुरैषी व संचालन सुंदर सिंह कुशवाहा ने किया।
स्थानीय जमुना पैलेस उत्सव गृह में पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक भाईचारा सम्मेलन को संबोधित करते हुये बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि आज बसपा अपने मिषन से पूरी तरह से भटक चुकी है। कांषीराम जी के समय में बसपा का मिशन दूसरा था और आज तो बसपा की पूरी विचारधारा ही बदल गयी है। लेकिन जन अधिकार पार्टी आज भी मान्यवर कांषीराम की विचारधारा को आत्मसात करष्षोशित समाज को एकजुट करने में जुटी है। उन्होंने कहा कि आप सभी लोग जब चुनाव दौरान मतदान करने जाते हैं तो यह विचार जरूर करें कि जिसे आप वोट दे रहे हैं क्या वह तुम्हारी समस्याओं को दूर सकता है। उन्होंने महंगाई, उत्पीड़न को लेकर कहा कि क्या हमारे साथ न्याय हो रहा है, क्या डीएम, एसपी हमारी बात सुनते हैं। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा, अच्छा उपचार मिले, खाद, बीज, डीजल सस्ता मिले, फसल को अच्छा मूल्य मिले। यह ऐसी बीमारी हैं जिन पर आप सभी को चिंतन करना ही होगा। आज राजा रानी के पेट से नहीं पैदा होता बल्कि आप लोगों को वोटों से ही राजा बनता है। उन्होंने कहा कि जातिवाद में जाति का नुकसान होता है इसलिये जाति की भलाई के लिये काम करो। उन्होंने कहा कि अपने समाज को मैं देने वाला समाज बनाऊंगा इसके लिये आप सभी को एकजुट होना होगा। इससे पूर्व बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व पूर्व जेडीसी चेयरमैन मूलशरण कुशवाहा सैकड़ों समर्थकों के साथ जन अधिकार पार्टी में शामिल हुये। पार्टी में शामिल होने वालों में अरुण कुशवाहा, परशुराम नैनापुर, हरीश कुशवाहा, उत्तम सिंह, मानसिंह, साहब सिंह, खेतराम, सदानंद, हरीशरण, मोहन सिंह, उदय, सुरेंद्र, मुनेंद्र, रामप्रकाष, मुहर सिंह, जगजीवन, ठाकुरदास, हरिश्चंद्र, प्रदीप, प्रताप, पंकज, चंद्रभान, रंजीत, दयाराम, राजकुमार कुशवाहा, शैलेंन्द्र, रामप्रताप, माताप्रसाद, अखिलेश, रामजी गोहन, काशीराम, उमर कुशवाहा ठेकेदार, अंकित, दयाशंकर वर्मा, शिरोमणि, ठाकुरप्रसाद जाटव, गोविंद नेता, दीपक मौर्या, नरेंद्र कुशवाहा, डा. संतोश सिंह, बृजेश कुशवाहा, प्रेम सिंह, लक्ष्मण कुषवाहा, दीपक याज्ञिक, कालका राजपूत, रामभरोसे पाल, डालचंद्र राजपूत,शंकर सिंह राजपूत, सोनम कुशवाहा, आरती कुशवाहा, जितेंद्र, दीपक, मनीश परिहार, दुर्गाप्रसाद, कृश्ण कुमार, मलखान सिंह, सोनू राठौर, लल्लू, अजय इटौरा, बलराम कुशवाहा, अकरम, रविन्द्र ओमरे, अजय कुशवाहा, रघुवीर, बालकराम, दीपराज, हुकुम सिंह, मनोज, बृजमाहन कुशवाहा, नीतेष कुशवाहा गोहन, उत्तम सिंह, राजू अहिरवार सहित अनेकों लोग बसपा, भाजपा व सपा को छोड़कर जन अधिकार पार्टी मेंशामिल हुये
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बसपा मिले अन्याय पर छलका मूलशरण का दर्द
उरई। लंबे समय से बसपा की राजनीति करने वाले मूलशरण कुशवाहा जब जन अधिकार पार्टी में शामिल हुये तो उनका दर्द छलक उठा। उन्होंने कहा कि वर्श 2002 से लेकर 2017 तक विधानसभा चुनाव में उनका टिकट काटकर दूसरे ऐसे लोगों को दिया गया जिनकी थैली का वजन ज्यादा था। इसके बाद मैंने निर्णय लिया कि मैं जन अधिकार पार्टी में शामिल होकर अब समाज की सेवा करूंगा।
फोटो परिचय—
सम्मेलन को संबोधित करते बाबू सिंह कुशवाहा।