उरई

सपा से गुलाब जाटव के टिकट की पैरवी में खुलकर सामने आया दोहरे-जाटव समाज

0 इस बार जनपद की राजनैतिक तस्वीर बदलेगी दोहरे, जाटव समाज की एकजुटता
0 माधौगढ़, कालपी विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशियों को मिल सकता लाभ

सत्येन्द्र सिंह राजावत

उरई (जालौन)। उरई जालौन क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट के दावेदार गुलाब सिंह जाटव के पक्ष में दोहरे जाटव समाज खुलकर सामने आ गया। पूर्व सांसद रामचरन दोहरे एवं जाटव समाज के वरिष्ठ नेता लालाराम गौतम ने स्पष्ट किया है कि अगर उरई क्षेत्र से समाजवादी पार्टी गुलाब जाटव को प्रत्याशी बनाती है। तो पार्टी को पहली बार दोहरे, जाटव समाज का एकमुश्त वोटों का फायदा उरई के अलावा माधौगढ़ एवं कालपी विधानसभा क्षेत्र में होगा। जो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
दरअसल उरई जालौन विधानसभा क्षेत्र में दोहरे, जाटव समाज का वोट बैंक की तादाद सबसे अधिक हो जाती है। ऐसे में गुलाब जाटव को समाजवादी पार्टी से टिकट मिलने की स्थिति में यह मतदाता थोक में समाजवादी पार्टी के पक्ष में लामबंद हो सकता है। उरई से गुलाब जाटव को टिकट देने का फायदा समाजवादी पार्टी को माधौगढ़ एवं कालपी विधानसभा क्षेत्र में मिलेगा जहां पर दोनों समाज के मतदाता मिलकर किसी भी प्रत्याशी की हार जीत में निर्णायक माने जा सकते हैं क्योंकि माधवगढ़ एवं कालपी विधानसभा क्षेत्र में दोहरे जाटव समाज का वोट सबसे अधिक है जो किसी भी पार्टी की हारजीत के मायने बदल सकती है। अब जिस तरह से संविधान विरोधी, आरक्षण विरोधी एवं दलित विरोधी भाजपा को हराने के लिए चमार मतदाता समाजवादी पार्टी के करीब आ रहा है यह 1993 के विधानसभा चुनाव के इतिहास को फिर दोहराने वाला होगा। इसमें खास बात यह होगी कि 1993 के चुनाव में जहां इसी जाति के एवं यादव मतदाता एकजुट होकर बसपा के प्रत्याशियों के पक्ष में वोट किया था और तब जिले की चारों सीटों पर बसपा ने प्रत्याशी उतारे थे जिसमें सभी सीटों पर बसपा को सफलता हासिल हुई थी। जाटव समाज के वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी लालाराम गौतम एवं पर्वत सिंह जाटव, बीरेन्द्र ठेकेदार, संजीव कुमार दोहरे, का मानना है कि इस बार के चुनाव में भले ही सपा बसपा का गठबंधन न हो लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के साथ ही यादव, दोहरे, जाटव, अहिरवार के आपसी गठबंधन को काफी मजबूत किया है। जिस का परिणाम स्नातक विधान परिषद चुनाव में देखने को मिला था। जिसमें चमार मतदाता खासकर स्नातक बुद्धिजीवी वर्ग ने एकजुट होकर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मानसिंह यादव को एकमुश्त वोट किया था। यादव चमार मतदाताओं की इस एकजुटता से यादव समाज के साथ समाजवादी पार्टी का जिले से लेकर प्रांतीय नेतृत्व अच्छी तरह से बाकिफ है और अगर ऐसे में समाजवादी पार्टी गुलाब जाटव को टिकट थमाती है तो जनपद की तीनों सीटों पर परिणाम चैंकाने वाले होंगे।

सपा के लिए बोनस हो सकता अंबेडकरवादी मतदाता

उरई। समाजवादी पार्टी पूर्व पालिकाध्यक्ष गुलाब जाटव को उरई जालौन विधानसभा क्षेत्र से अधिकृत प्रत्याशी बनाती है तो उसके लिए कालपी एवं माधौगढ़ विधानसभा क्षेत्र में अंबेडकरवादी दोहरे, अहिरवार व जाटव मतदाता बोनस का काम करेगा। क्योंकि जिस तरह से भाजपा को हराने के लिए अंबेडकरवादी अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाह रहे उसकी सबसे बड़ी बजह उनके द्वारा संविधान एवं आरक्षण को बचाने के लिए शुरू की गयी प्रदेश व्यापी मुहिम को माना जा रहा। ऐसे में गुलाब का टिकट आग में घी का काम करेगा। जो जनपद जालौन ही नहीं पूरे बुंदेलखंड की हवा का रुख बदल सकता है।

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